सुनकर तेरी वो प्यार की बातें फ़िर वही दर्द जाग उठा है
तू दूर तो है मुझसे पर इन आँखों से हर घड़ी हर जगह
चेहरा तेरा नज़र आता है
मुझे मालूम है तुम आओगी तो सही पर तुम ही सोचो
ऐसे तद्पाने में क्या रखा है
समझा रहा हूँ चल सों जा कमबख्त पर सच बता
क्या तेरा दिल भी मुझे याद करता है
जला रखा है तेरी याद में शमा को हमने मगर
यह परवाना भी तेरे साथ ही जल जाना चाहता है
3 comments:
wallah !!!!!11 kya baat hai
tumne toh mere dil ki baat keh di ....
hmmmmm mai bhi yeh hi soch rahi hu but unke liyeeee
wah wah....
Ek jhooth tha jiska dunia ne rakha hai mohabbat naam,dhokha hai jise kehte hain wafa..bas dekh liya anjaam...
Its tooo gud Hemant... keeping writing...
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